त्रिपुरा ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। अब यह मिजोरम और गोवा के बाद भारत का तीसरा पूर्ण साक्षर राज्य बन गया है। यह देश की शिक्षा यात्रा में एक गर्व का पल है।
यूनेस्को के नियमों के अनुसार, जिन राज्यों की साक्षरता दर 95% से ज्यादा होती है, उन्हें पूर्ण साक्षर माना जाता है। त्रिपुरा की साक्षरता दर पहले 93.7% थी, जो अब बढ़कर 95.6% हो गई है।
यह उपलब्धि केंद्र सरकार की ULLAS योजना (Understanding Lifelong Learning for All in Society) के सफल क्रियान्वयन से संभव हुई है। यह योजना जीवनभर सीखने को बढ़ावा देती है।
वयस्क शिक्षा निदेशक प्रीति मीणा ने इसकी पुष्टि की है और इसे राज्य के लिए बड़ी सफलता बताया है।
त्रिपुरा की यह कामयाबी देश के बाकी राज्यों के लिए भी प्रेरणा बन सकती है।