

अचानक से 7 % फीसदी गिरावट 📉 देखने को मिला डाबर इंडिया लिमिटेड के share में
इसी के साथ यह शेयर 52 सप्ताह के निचले स्तर पर पहुंच गया है।
डॉबर शेयर की गिरावट का कारण इसका भारतीय कारोबार में इन्वेंटरी में कमी और तिमाही के लिए उम्मीद से कम राजस्वृद्धि शामिल है।
कंपनी के अनुसार पारंपरिक खुदरा बाजार में बिक्री की कमी रही है जिससे एफएमसीजी सेक्टर में धीमी ग्रोथ देखी जा रही है जिसका असर डाबर के घरेलू बिक्री पर भी पड़ा है।
शेयर में इसका क्या प्रभाव पड़ेगा ….?
बीएसई पर डाबर इंडिया का शेयर 7.69% गिरकर 571.25 रुपए के निचले स्तर पर पहुंच गया है।
नोवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटी के अनुसार, ‘तीसरी तिमाही में दूसरी तिमाही के मुकाबले थोड़ा सुधार दिखना चाहिए लेकिन शेयर की री- रेटिंग के लिए लगातार वृद्धि महत्वपूर्ण होगी।’
“डाबर का भविष्य: चुनौतियाँ और संभावनाएँ”
इन हालिया चुनौतियों के बावजूद कुछ ब्रोकरेज फर्म डाबर इंडिया के दीर्घकालिक दृष्टिकोण के प्रति आशावादी बनी हुई हैं। वहीं डाबर कंपनी का ध्यान लंबे समय में प्रॉफिटेबल ग्रोथ पर हैं।
कंपनी पे कर्ज़
डाबर इंडिया पर कर्ज: सितंबर 2024 में डाबर इंडिया पर रुपए 15.4 बिलियन का कर्ज था जो एक साल में रुपए 13.1 बिलियन से अधिक था। दूसरी और इसके पास रुपए 26.8 बिलियन की नकदी भी है, जिससे इसकी शुद्ध नगदी स्थिति रुपए 11.4 बिलियन हो जाती है।
“डाबर इंडिया के मालिक: इतिहास और नेतृत्व”
मलिक : बर्मन परिवार अध्यक्ष : मोहित बर्मन उपाध्यक्ष : अमित बर्मनमुख्य कार्यकारी अधिकारी : सुनील दुग्गल