दिल्ली: सपनों का शहर, लेकिन चोरियों का गढ़?
देश की धड़कन कही जाने वाली दिल्ली एक तरफ अपनी तहज़ीब, ताकत और शान के लिए मशहूर है, लेकिन इसके पीछे एक कड़वी सच्चाई भी छुपी है। हालात इतने खराब हैं कि चोरी के मामले मुंबई से करीब 13 गुना ज़्यादा हो गए हैं।
चांदनी चौक जैसे भीड़भाड़ वाले इलाकों में जेबकतरे खुलेआम घूमते हैं, और दिन-दहाड़े गाड़ियों की चोरी होना अब आम बात हो गई है। लोग डर में जी रहे हैं – ना तो बाजार में चैन है, ना ही पार्किंग में भरोसा।
“जो शहर सपनों को बुनता है, उसे उनकी हिफाजत भी करनी चाहिए।”
अब ज़रूरत है कि लोग जागरूक हों, पुलिस सख्त हो, और सिस्टम में सुधार हो। क्योंकि दिल्ली सिर्फ राजधानी नहीं है – ये हमारे भरोसे का शहर है, और हमें मिलकर इसे फिर से सुरक्षित बनाना है।