मध्य पूर्व में हालात और ज्यादा खराब हो गए हैं। अमेरिका ने अब खुलकर ईरान के खिलाफ जंग में कदम रख दिया है। अमेरिका की सेना ने ईरान के कई परमाणु ठिकानों पर जोरदार हवाई हमले किए हैं। कहा जा रहा है कि इन हमलों का मकसद ईरान की परमाणु ताकत को कमजोर करना और उसे आगे हथियार बनाने से रोकना है।
ये हमले खासकर उन जगहों पर हुए जहाँ ईरान अपने परमाणु हथियारों पर रिसर्च करता है और गुप्त रूप से यूरेनियम संवर्धन (nuclear enrichment) करता है। अमेरिका का कहना है कि यह कदम उसने इसलिए उठाया क्योंकि ईरान अपने पड़ोसी देशों और अमेरिका के दोस्त देशों, खासकर इज़राइल के खिलाफ आक्रामक हो रहा था।
इस कार्रवाई के बाद पूरी दुनिया में चिंता का माहौल है। लोग डर रहे हैं कि कहीं इससे कोई बड़ा युद्ध न छिड़ जाए। अब कई देश और संगठन शांति की अपील कर रहे हैं और चाहते हैं कि दोनों पक्ष बातचीत से मामला सुलझाएं।
मुख्य बातें:
- अमेरिका ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर हवाई हमले किए
- हमलों का मकसद ईरान की परमाणु शक्ति को रोकनाअमेरिका ने इसे सुरक्षा के लिए ज़रूरी कदम बताया
- दुनिया भर में युद्ध को लेकर चिंता बढ़ गई है
- राजनयिक बातचीत और शांति की अपील कर रहे हैं