रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव के बीच इज़राइल को सख्त चेतावनी दी है। उन्होंने बताया कि ईरान के बुशहर परमाणु संयंत्र में सैकड़ों रूसी परमाणु विशेषज्ञ तैनात हैं, जिन्हें वापस नहीं बुलाया जाएगा। पुतिन ने कहा कि रूस ईरान के साथ शांतिपूर्ण परमाणु सहयोग जारी रखेगा।
उन्होंने इज़राइल को चेतावनी दी कि अगर उसने ईरानी परमाणु स्थलों पर हमला किया, खासकर बुशहर जैसे सक्रिय केंद्रों पर, तो यह चेरनोबिल जैसी बड़ी तबाही का कारण बन सकता है। साथ ही, उन्होंने इज़राइल और अमेरिका दोनों से कहा कि वे इस संघर्ष को बढ़ावा देने से बचें, क्योंकि इससे पूरे विश्व में गंभीर परिणाम हो सकते हैं।
यह घोषणा ऐसे समय में आई है जब रूस और ईरान अपने सैन्य, आर्थिक और परमाणु संबंधों को और मजबूत कर रहे हैं। इसी बीच चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग समेत कई अंतरराष्ट्रीय नेता भी सभी पक्षों से शांति बनाए रखने और युद्ध से बचने की अपील कर रहे हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि रूस इस संकट का फायदा अपने रणनीतिक हितों की रक्षा और यूक्रेन में चल रहे युद्ध से दुनिया का ध्यान हटाने के लिए उठा रहा है। लेकिन अगर कोई गलत कदम उठाया गया तो इससे पूरे क्षेत्र की स्थिति और खराब हो सकती है, जिसका असर सभी पक्षों पर होगा।