
अगर आपने इस लेख का पहला और दूसरा भाग नहीं पढ़ा है, तो पहले उन्हें जरूर पढ़ें — जहाँ हमने ‘तुरंत संतुष्टि की चाह’ और ‘सोशल मीडिया की लत‘ जैसे गंभीर मुद्दों पर चर्चा की थी। अब तीसरे भाग में जानिए कि वित्तीय शिक्षा की कमी कैसे युवाओं को कमजोर बना रही है।”
🧾 3. वित्तीय शिक्षा की कमी (Lack of Financial Education)
आज के अधिकांश युवाओं को सेविंग, इन्वेस्टमेंट, टैक्स और बजट मैनेजमेंट के बारे में उचित जानकारी नहीं होती।
हमारे शिक्षा प्रणाली में पैसे को संभालना और उसे बुद्धिमानी से खर्च करना नहीं सिखाया जाता।
यही कारण है कि बहुत से युवा जल्दी पैसे कमाने के चक्कर में धोखाधड़ी वाली स्कीमों या फ्रॉड में फंस जाते हैं।
🧠 सलाह:
✅ 1. कमाई के साथ बचत और निवेश को प्राथमिकता दें
सिर्फ पैसे कमाना काफी नहीं है, उसे सही तरीके से बचाना और निवेश करना भी जरूरी है।
अपने मासिक आय का कम से कम 20-30% हिस्सा सेविंग या निवेश में लगाएं।
SIP, PPF, डिजिटल गोल्ड जैसी सुरक्षित जगहों से निवेश की शुरुआत कर सकते हैं।
👉 पहले खुद के लिए बचाएं, फिर बाकी खर्च करें।
✅ 2. बजट बनाना सीखें और खर्चों पर नज़र रखें
बहुत से युवा यह नहीं जान पाते कि उनका पैसा कहां खर्च हो रहा है।
हर महीने के लिए एक व्यक्तिगत बजट बनाएं और ग़ैरज़रूरी खर्चों में कटौती करें।
अपने खर्चों को ट्रैक करने के लिए आप फ्री मोबाइल ऐप जैसे Walnut, Goodbudget आदि का इस्तेमाल कर सकते हैं।
👉 “जो मापता है, वही सुधारता है।”
✅ 3. वित्तीय ज्ञान को प्राथमिकता दें
जैसे टेक्नोलॉजी और स्किल्स जरूरी हैं, वैसे ही वित्तीय ज्ञान भी आज के समय की ज़रूरत है।
आप YouTube, Zerodha Varsity, मुफ्त कोर्स या किताबों के ज़रिए फाइनेंस की बेसिक समझ विकसित कर सकते हैं।
👉 “Financial Literacy is a Super Power!”
📘 निष्कर्ष:
आज की पीढ़ी स्मार्टफोन चला सकती है, टेक्नोलॉजी सीख सकती है, लेकिन अगर पैसे को संभालना नहीं सीखा — तो सारी मेहनत बेमानी हो सकती है।
वित्तीय शिक्षा सिर्फ अमीर बनने का जरिया नहीं है, बल्कि एक सुरक्षित और आत्मनिर्भर जीवन जीने की नींव है।जो युवा कम उम्र से ही बचत और निवेश की आदत डालते हैं, वे भविष्य में आर्थिक रूप से मजबूत और तनावमुक्त जीवन जीते हैं।
अब वक्त है कि हम सिर्फ कमाना नहीं, पैसे को सही तरीके से चलाना भी सीखें।